Uptet Latest News: नमस्कार साथियों अगर आप उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्तियों के साथ साथ यूपिटेट विज्ञापन जारी होने का इंतजार कर रहे थे तो आज आप सभी छात्र छात्राओं के लिए उत्तर प्रदेश बेसिक एजुकेशन बोर्ड ने बहुत बड़ी खुशखबरी जारी कर दी है यूपिटेट की परीक्षा में इस बार 3 बहुत बड़े बदलाव किए जाने वाले है और अब इन परीक्षाओं को कराने के लिए कमेटी भी बना ली गई है इतना ही नही बीते दो साल से छात्र इस परिक्षा की तैयारी कर रहे है और आप सभी छात्रों के लिए बोर्ड इसी महीने से विज्ञापन शुरू करने जा रही है तो यह पोस्ट आप सभी के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण होने वाली है इसको पूरा जरुर पढ़े ताकि आपको बिल्कुल सटीक जानकारी मिल सके।
Uptet Exam Good News: यूपिटेट परीक्षा पैटर्न बदला बड़ी खबर
जी हां साथियों इस बार उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) में कई महत्वपूर्ण और बड़े बदलाव किए जा रहे हैं, जो उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए बहुत ही ज्यादा जरूरी हैं इन सभी बदलावों को नीचे विस्तार से बताया गया है।
Uptet Exam 2024 News: यूपिटेट परीक्षा कटऑफ कम होगा
यूपिटेट परिक्षा 2023 में, उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपिटेट परीक्षा की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) से उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSSSC) को सौंपी है, यूपीएसएसएससी(UPSSSC) एक स्वतंत्र आयोग है और यह विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित करता है। इस बार लागू किए गए नए नियम के अनुसार, परीक्षा में दो पेपर होंगे। एक प्राथमिक शिक्षक के लिए और दूसरा उच्च प्राथमिक शिक्षक के लिए होगा और प्रत्येक पेपर में 150 प्रश्न होंगे और जिनका उत्तर 180 मिनट में देना होगा इसके अलावा परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न और लघु उत्तरीय प्रश्न भी होंगे, परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) के साथ-साथ लघु उत्तरीय प्रश्न (SAQs) भी पूछे जाएंगे।
Uptet Exam 2024: यूपिटेट परिक्षा में बड़े बदलाव
यूपिटेट परीक्षा की कटऑफ 60% होगी और जिससे सुनिश्चित होगा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों के पास उचित ज्ञान और कौशल है या नहीं और इन बदलावों के माध्यम से, सरकार ने उत्तर प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को सुधारने का प्रयास किया है, साथ ही यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि शिक्षक पात्रता परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों के पास उचित ज्ञान और कौशल हों। MCQs का वेटेज 80% होगा, जबकि SAQs का वेटेज 20% होगा। SAQs को शामिल करने से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अभ्यर्थियों के पास विषयों को समझने की क्षमता हो।